राष्ट्रीय व्यवहार में हिंदी को काम में लाना देश की एकता और उन्नति के लिए आवश्यक हैl
- महात्मा गाांधी
भारत की सरलता, सहजता और शालीनता अभिव्यक्ति को सार्थकता प्रदान करती है हिंदी ने इन पहलुओ को खूबसूरती से समाहित किया हैl
- नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)
भारतीय सभ्यता की अविरल धारा प्रमुख रूप से हिंदी भाषा से ही जीवंत तथा सुरक्षित रह पाई है l
-अमित शाह (गृह मंत्री)
हिंदी भाषा एक ऐसी सार्वजनिक भाषा है, जिसे बिना भेद-भाव प्रत्येक भारतीय ग्रहण कर सकता हैl
- मदन मोहन मालवीय
हिंदी राष्ट्रीयता के मूल को सींचती है और उसे ढृढ़ करती हैl
- पुरुषोत्तम दास टंडन
हिंदी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है l
- सुमित्रानंदन पंत
हिंदी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक हैl
- डॉ. संपूर्णानंद
भारतीय भाषाए नदियां हैं और हिंदी महानदी l
- रवीन्द्रनाथ ठाकुर
हिंदी जैसी सरल भाषा दूसरी नहीं हैl
- मौलाना हसरत मोहनी
हिंदी द्वारा सारे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता हैl
- स्वामी दयानंद
समस्त भारतीय भाषाओ के लिए यदि कोई एक लिपि आवश्यक हो तो वह देवनागरी ही हो सकती है l
- जस्टिक कृष्णस्वामी अय्यर
वही भाषा जीवित और जागृत रह सकती है जो जनता का ठीक-ठाक प्रतिनिधित्व कर सके और हिंदी इनमे समर्थ है l
- पीर मुहम्मद मुनिस
देवनागरी ध्वनीशास्त्र की दृष्टि से अत्यंत वैज्ञानिक लिपि है l
- रविशंकर शुक्ल
हिंदी चिरकाल से ऐसी भाषा रही है जिसने मात्र विदेशी होने के कारण किसी शब्द का बहिष्कार नहीं किया l
- डॉ.राजेन्द्र प्रसाद
आप जिस तरह बोलते है, बातचीत करते है, उसी तरह लिखा भी कीजिएl भाषा बनावटी नहीं होनी चाहिएl
- महावीर प्रसाद द्विवेदी